अर्थ : चित्त का वह उग्र भाव जो कष्ट या हानि पहुँचाने वाले अथवा अनुचित काम करने वाले के प्रति होता है।
उदाहरण :
क्रोध से उन्मत्त व्यक्ति कुछ भी कर सकता है।
पर्यायवाची : अनखाहट, अमरख, अमर्षण, असूया, आक्रोश, आमर्ष, कहर, कामानुज, कोप, क्रोध, क्षोभ, खुनस, खुन्नस, गजब, गज़ब, ग़ज़ब, गुस्सा, तमिस्र, ताम, दाप, मत्सर, रिस, रीस, रुष्टि, रोष, व्यारोष
अर्थ : सहिष्णु या सहनशील न होने की अवस्था या भाव।
उदाहरण :
असहिष्णुता को एक अवगुण माना गया है।
पर्यायवाची : अमर्षण, अवमर्षण, असहनशीलता, असहिष्णुता, आमर्ष
अर्थ : अलंकार शास्त्र के अनुसार एक व्यभिचारी भाव।
उदाहरण :
ये पंक्तियाँ अमर्ष का अच्छा उदाहरण है।
अर्थ : मन की वह दृढ़ता जो कोई बड़ा काम करने में प्रवृत्त करती है या जिसके कारण हम निडर होकर किसी खतरे आदि का सामना करते हैं।
उदाहरण :
साहस हो तो अकेले में आकर मिलो।
वीर सावरकर के साहस की कहानी अभी भी याद की जाती है।
पर्यायवाची : अध्यवसान, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, इमकान, कलेजा, गुरदा, गुर्दा, ज़ुर्रत, जिगर, जीवट, जुर्रत, दिलगुरदा, दिलावरी, दिलेरी, पित्ता, प्रसर, बहादुरी, मजाल, साहस, हिम्मत, हौसला