अर्थ : वह सिद्धांत जो यह प्रतिपादित करे कि भूमि और पूँजी पर समाज का अधिकार और नियंत्रण होना चाहिए।
उदाहरण :
जयप्रकाश नारायण समाजवाद के पक्के समर्थक थे।
पर्यायवाची : सोशलिज्म
अर्थ : वह आर्थिक एवं राजनीतिक विचार-प्रणाली जिसके अनुसार सत्ता तथा स्वामित्व व्यक्तिगत हाथों में नहीं रहना चाहिए बल्कि सामूहिक रूप से समाज में निहित रहना चाहिए।
उदाहरण :
संसार में समाजवाद अपने उद्देश्य में सदैव विफल रहा है।