पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि बनाएँ ट्विटर पर सांझा करें व्हाट्सएप पर सांझा करें फेसबुक पर सांझा करें
गूगल प्ले पर पाएं
हिन्दी शब्दकोश से शतपर्णिकामूल शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

शतपर्णिकामूल   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / प्राकृतिक वस्तु
    संज्ञा / भाग

अर्थ : एक प्रकार की औषधीय जड़।

उदाहरण : बचमूल वातनाशक और कृमिनाशक होता है।

पर्यायवाची : उग्रगंधामूल, उग्रगन्धामूल, उग्रामूल, घोड़बचमूल, जीवामूल, बचमूल, बचामूल, रक्तामूल, वचमूल, वेखंडमूल, शतपर्वामूल, शतपर्विकामूल, शतपर्व्विकामूल

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।