अर्थ : एक प्रकार का तृण जो छप्पर आदि छाने के साथ-साथ धार्मिक अनुष्ठानों में भी काम आता है।
उदाहरण :
इस सड़क के किनारे जगह-जगह मूँज उगी हुई है।
पर्यायवाची : इक्षुकांड, इक्षुकाण्ड, इक्ष्वांलिका, बहुतृण, ब्रह्ममेखल, मूँज, मूंज, रंजन, रञ्जन, शारी