अर्थ : हाथ या पैर का वह अगला भाग जिसमें हथेली या तलवा और पाँचों उँगलियाँ होती हैं।
उदाहरण :
उसके पंजे की चमड़ी उधड़ रही है।
अर्थ : पशुओं, पक्षियों आदि के हाथ या पैर की उँगलियों का समूह।
उदाहरण :
शेर ने खरगोश को पंजे में दबोच लिया।
अर्थ : जूते का अगला भाग, जिसमें उँगलियाँ ढकी रहती हैं।
उदाहरण :
इस जूते का पंजा फट गया है।
अर्थ : हाथ के पंजे का वह निशान या छापा जो प्रायः मांगलिक अवसरों पर दीवारों पर लगाया जाता है।
उदाहरण :
हमारे यहाँ नये घर में गृहप्रवेश के अवसर पर बेटियाँ पंजक लगाती हैं।
पर्यायवाची : पंजक
अर्थ : पाँचों उँगलियों के आकार का एक दो पल्लों वाला उपकरण जिससे काग़ज-पत्र दबाकर रखे जाते हैं।
उदाहरण :
यहाँ रखा पंजा कहाँ गया!।