अर्थ : आकाश की उत्तर दिशा में सदा एक ही स्थान पर रहनेवाला तारा जो हिंदु ग्रंथों के अनुसार उत्तानपाद का पुत्र माना जाता है।
उदाहरण :
ध्रुव तारा आकाश में उत्तर की ओर स्पष्ट दिखाई देता है।
ध्रुव तारा अन्य तारों से अधिक चमकदार होता है।
पर्यायवाची : कुतब, कुतुब, द्युतिकर, ध्रुव तारा, ध्रुव-तारा, ध्रुवतारा
अर्थ : राजा उत्तानपाद के एक पुत्र जो सुनीति के गर्भ से उत्पन्न हुए थे।
उदाहरण :
पाँच वर्ष की उम्र में ही ध्रुव भगवान की तपस्या करने वन में चले गए।
अर्थ : पृथ्वी के दक्षिण और उत्तर के सिरे में से प्रत्येक और इन दोनों के मध्य ही अक्ष रेखा की स्थिति मानी जाती है।
उदाहरण :
एशिया उत्तरी ध्रुव से लेकर भूमध्य रेखा तक फैला हुआ है।