अर्थ : तख़्ता, चित्रफलक आदि को भूमि से ऊँचाई पर खड़ा करने के लिए, आधार के रूप में उपयोग में लाई जाने वाली एक लकड़ी की चौखट।
उदाहरण :
तख़्ते का घोड़ा कहाँ है?
पर्यायवाची : घोड़ा
अर्थ : चार पायों पर खड़ी वह आयताकार संरचना जिसके ऊपर समतल पटरा आदि रखा जाता है।
उदाहरण :
किसान दो घोड़ियों के ऊपर पटरा रखकर उसके ऊपर धान की बोरियाँ रख रहा है।
पर्यायवाची : टकटकी
अर्थ : वह तिपाई जिस पर मृदंग रखकर बजाते हैं।
उदाहरण :
सुनंदा को मंदिर के एक कोने पर मृदंग रखने का ऊँचा घोड़ा दिखा।
पर्यायवाची : घोड़ा
अर्थ : खेल में वह व्यक्ति जिसकी पीठ पर दूसरे बच्चे घोड़े पर सवार होने की तरह सवार होते हैं।
उदाहरण :
बच्चे घोड़े को तेजी से चलने के लिए कह रहे हैं।
पर्यायवाची : घोड़ा