अर्थ : वह पदार्थ जिसकी सत्ता न हो।
उदाहरण :
हिंदू दर्शन के अनुसार जो कुछ हमें जागृत अवस्था में दिखाई पड़ता है वे भी सुप्तावस्था में अभावपदार्थ हो जाते हैं क्योंकि वे दिखाई नहीं पड़ते हैं।
पर्यायवाची : अभाव-पदार्थ, अभावपदार्थ, असत्-पदार्थ, सत्ताहीन पदार्थ, सत्ताहीन-पदार्थ