অর্থ : औषधि के रूप में काम आने वाला एक पेड़।
উদাহরণ :
चीते से कई प्रकार की औषधियाँ बनायी जाती हैं।
সমার্থক : अग्नि, अशन, चित्रक, चीता, तनूनपात्, द्वीपी, नखरायुध, पाठी, पाठीकुट
অন্যান্য ভাষায় অনুবাদ :
ఔషధరూపంలో పనికొచ్చేటువంటి వృక్షం
చీతాచెట్టును చాలా రకాల ఔషధాలను తయారుచేస్తారు.ಔಷಧಿಯ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಕೆಲಸಕ್ಕೆ ಬರುವ ಒಂದು ತರಹದ ಮರ
ಪ್ಲುಂಬಿಗ್ (ಔಷದಿಯ ಸಸ್ಯ)ಎಂದು ಸಸ್ಯದಿಂದ ಹಲವಾರು ತರಹದ ಔಷದಿಯನ್ನು ತಯಾರಿಸುತ್ತಾರೆ.Any plumbaginaceous plant of the genus Plumbago.
plumbagoঅর্থ : जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप।
উদাহরণ :
आग में उसकी झोपड़ी जलकर राख हो गई।
अग्नि में हाथ मत डालना अन्यथा झुलस जाओगे।
সমার্থক : अगन, अगनी, अगिआ, अगिन, अगिया, अगिर, अग्नि, अनल, अनिलसखा, अमिताशन, अय, अर्क, अर्दनि, अशिर, आग, आगि, आगी, आज्यमुक, आतश, आतिश, आशर, आशुशुक्षणि, आश्रयास, कालकवि, चित्रभानु, जगन्नु, जल्ह, ज्वल, तनूनपात्, तपु, तपुर्जंभ, तपुर्जम्भ, तमोनुद, तमोहपह, दाढ़ा, दाव, दाहक, द्यु, धरुण, ध्वांतशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्तशत्रु, ध्वान्ताराति, नीलपृष्ठ, परिजन्मा, पर्परीक, पवन-वाहन, पशुपति, पावक, बरही, बहनी, बाहुल, भारत, मलिनमुख, यविष्ठ, राजन्य, लघुलय, वर्हा, वसु, वसुनीथ, वह्नि, विंगेश, विश्वप्स, वृष्णि, वैश्वानर, शिखि, शिखी, शुक्र, शुचि, सोमगोपा, हुतासन, हृषु, हेमकेली
অন্যান্য ভাষায় অনুবাদ :
অর্থ : दूध का वह चिकना सार जो मक्खन को तपा कर प्राप्त किया जाता है।
উদাহরণ :
वह प्रतिदिन रोटी में घी लगाकर खाता है।
সমার্থক : अमृतसार, आज्य, घी, घीव, घृत, तनुनप, तनूनप, तनूनपात्, तामर, तोयद, देसी घी, नवनीतक, नवनीतज, वाज, शुद्ध घी, सर्पि
অন্যান্য ভাষায় অনুবাদ :
Clarified butter used in Indian cookery.
gheeപാലിന്റെ സ്നിഗ്ധമായ സത്തില് നിന്നു ഉണ്ടാക്കുന്ന വെണ്ണ.
അവന് എല്ലാദിവസവും റൊട്ടി നെയ് ചേര്ത്ത് കഴിക്കുന്നു.অর্থ : दही या दूध मथने से निकला हुआ उसका सार भाग जिसे तपाने से घी बनता है।
উদাহরণ :
बाल श्रीकृष्ण को मक्खन बहुत प्रिय था।
সমার্থক : अमृतसार, कच्चा घी, तनूनपात्, नयनू, नवनी, नवनीत, नेऊन, नैनू, नैनूँ, मक्खन, मसका, मस्का, माखन, लवनी, स्नेहन
অন্যান্য ভাষায় অনুবাদ :
An edible emulsion of fat globules made by churning milk or cream. For cooking and table use.
butterதயிரைக் கடையும் போது திரண்டு வரும் பிசுபிசுப்புத் தன்மை கொண்ட வெளிர்ப் பழுப்பு நிறப் பொருள்.
பாலகிருஷ்ணனுக்கு வெண்ணெய் பிடிக்கும்