ओंकार (संज्ञा)
परमात्मा का सूचक शब्द।
दमन करना (क्रिया)
विरोध, उपद्रव, विद्रोह आदि को बल का प्रयोग करके दबाना।
सूर्य-किरण (संज्ञा)
सूर्य की किरण।
नाई (संज्ञा)
वह जो हजामत बनाने का काम करता है।
दूत (संज्ञा)
वह दूत जो किसी राज्य या देश की ओर से किसी दूसरे राज्य या देश में भेजा या नियुक्त किया जाता है।
गिद्ध (संज्ञा)
एक बड़ा दिनचर शिकारी पक्षी जो प्रायः मरे हुए पशु-पक्षियों के मांस का भक्षण करता है।
ताड़ना (क्रिया)
किसी पर किसी वस्तु आदि से आघात करना।
हालत पतली होना (क्रिया)
अवस्था ठीक न होना।
लम्बाई (संज्ञा)
किसी वस्तु का एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक का रेखीय विस्तार या किसी वस्तु का एक स्थान से सबसे लंबा क्षैतिज विस्तार।
संकोच करना (क्रिया)
कोई काम करने से पहले आशंका, अनौचित्य, असमर्थता आदि की वजह से कुछ देर रुकना।