अर्थ : ऊपर की ओर का विस्तार या आधार से लेकर एकदम ऊपर तक का विस्तार या ऊँचा होने की अवस्था या भाव।
उदाहरण :
कुतुब मीनार की ऊँचाई बहुत अधिक है।
उसका क़द मेरे भाई जितना है।
उसकी शोहरत बुलंदी पर है।
पर्यायवाची : उँचाई, उँचान, उँचाव, उँचास, उँचाहट, उंचाई, उंचान, उंचाव, उंचास, उंचाहट, उच्चता, उच्चत्व, ऊँचाई, ऊँचापन, ऊंचाई, ऊंचापन, कद, क़द, बुलंदी, बुलन्दी, लंबाई, लम्बाई
अर्थ : सोना-चाँदी, ज़मीन-जायदाद आदि संम्पत्ति जिसकी गिनती पैसे के रूप में होती है।
उदाहरण :
धन-दौलत का उपयोग अच्छे कार्यों में ही करना चाहिए।
पर्यायवाची : अरथ, अर्थ, अर्बदर्ब, इकबाल, इक़बाल, इशरत, कंचन, जमा, ज़र, दत्र, दौलत, द्रव्य, धन, धन-दौलत, नियामत, नेमत, पैसा, माल, रुपया-पैसा, लक्ष्मी, वित्त, विभव, वैभव, शुक्र
अर्थ : पुरुष का वह जनन अंग जिससे संभोग किया जाता है।
उदाहरण :
लंड शरीर का बहुत ही नाजुक अंग होता है।
पर्यायवाची : आलतलौड़ा, इंद्रिय, इंद्री, इन्द्रिय, इन्द्री, कामायुध, डंडी, नस, पुरुष जननेंद्रिय, पुरुष जननेन्द्रिय, पुरुषेंद्रिय, भुन्नास, मूष्कर, रतिसाधन, लंड, लण्ड, लाँगल, लाँगूल, लाँड़, लांगल, लाङ्गल, लाड़, लिंग, लिंगेन्द्रिय, शिश्न
अर्थ : सरीसृप वर्ग का एक रेंगने वाला पतला और लंबा जीव जिसकी कई जातियाँ पायी जाती हैं।
उदाहरण :
प्रायः आई आई टी बॉम्बे में कई तरह के ज़हरीले साँप रेंगते हुए देखे जा सकते हैं।
पर्यायवाची : अघविष, अनिलाशी, अपत्यशत्रु, अहि, आभोग, आशीविष, उरंग, कर्कटी, कुंडली, कुण्डली, तार्क्ष्य, त्सरु, दीर्घपृष्ठ, दीर्घरसन, दृक्कर्ण, द्विरसन, पन्नग, पवनाश, पवनाशन, पवनाशी, पुलिरिक, प्रबलाकी, प्रवलाकी, फणधर, फणिक, फणी, फुनिंग, भुअंग, भुअंगम, भुजंग, मारुताशन, लांगली, लेलिह, लेलिहान, विषदंतक, विषदन्तक, विषधर, विषानन, व्याल, श्वसनाशन, श्वसनोत्सुक, सर्प, साँप, सारंग