अर्थ : जिसमें किसी प्रकार का मल या दोष न हो।
उदाहरण :
वातावरण शुद्ध होना चाहिए।
निर्मल मन से प्रभु को याद करो।
पर्यायवाची : अनाविल, अपंकिल, अमनिया, अमल, अमलिन, अम्लान, अवदात, इद्ध, चंगा, ताज़ा, ताजा, नफ़ीस, नफीस, निर्मल, पवित्र, पाक़ीज़ा, पाकीजा, पावित, प्रांजल, विमल, विशुद्ध, शुद्ध, साफ, साफ सुथरा, साफ-सुथरा, साफ़, साफ़-सुथरा, सित, स्वच्छ
अर्थ : जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप।
उदाहरण :
आग में उसकी झोपड़ी जलकर राख हो गई।
अग्नि में हाथ मत डालना अन्यथा झुलस जाओगे।
पर्यायवाची : अगन, अगनी, अगिआ, अगिन, अगिया, अगिर, अग्नि, अनल, अनिलसखा, अमिताशन, अय, अर्क, अर्दनि, अशिर, आग, आगि, आगी, आज्यमुक, आतश, आतिश, आशर, आशुशुक्षणि, आश्रयास, कालकवि, चित्रभानु, जगन्नु, जल्ह, ज्वल, तनूनपात्, तनूनपाद्, तपु, तपुर्जंभ, तपुर्जम्भ, तमोनुद, तमोहपह, दाढ़ा, दाव, दाहक, द्यु, धरुण, ध्वांतशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्तशत्रु, ध्वान्ताराति, नीलपृष्ठ, परिजन्मा, पर्परीक, पवन-वाहन, पशुपति, पावक, बरही, बहनी, बाहुल, भारत, मलिनमुख, यविष्ठ, राजन्य, लघुलय, वर्हा, वसु, वसुनीथ, वह्नि, विंगेश, विश्वप्स, वृष्णि, वैश्वानर, शिखि, शिखी, शुचि, सोमगोपा, हुतासन, हृषु, हेमकेली
अर्थ : एक ऋषि जो दानवों के गुरु माने जाते हैं।
उदाहरण :
शुक्राचार्य राक्षसों का उत्थान करने के लिए सदा प्रयत्नरत रहते थे।
पर्यायवाची : असुर गुरु, असुर-गुरु, असुरगुरु, असुराचार्य, आदिकवि, उशना, दानव गुरु, दानवगुरु, दैत्यपुरोधा, दैत्येज्य, भार्गव, शुक्राचार्य, सित
अर्थ : एक बहुमूल्य पीली धातु जिसके गहने आदि बनते हैं।
उदाहरण :
आजकल सोने का भाव आसमान छू रहा है।
चैतन्य महापुरुष के शरीर से स्वर्ण जैसी आभा निकलती थी।
पर्यायवाची : अग्नि, अभ्र, अर्ह, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, अश्मकर, अष्टापद, आग्नेय, कंचन, कञ्चन, कनक, कांचन, काञ्चन, गारुड़, गोल्ड, चामीकर, ज़र, तामरस, तार्क्ष्य, त्रिनेत्र, दत्र, पुरुद, भद्र, मनोहर, मरुत्, रंजन, रञ्जन, रसविरोधक, वरवर्ण, वर्णि, वसु, शतकुंभ, शतकुम्भ, शतकौंभ, शतकौंभक, शतकौम्भ, शतकौम्भक, शतखंड, शतखण्ड, शातकुंभ, शातकुम्भ, शातकौंभ, शातकौम्भ, श्रीमत्कुंभ, श्रीमत्कुम्भ, सुवरन, सुवर्ण, सोना, स्वर्ण, हाटक, हिरण्य, हेम
अर्थ : सोना-चाँदी, ज़मीन-जायदाद आदि संम्पत्ति जिसकी गिनती पैसे के रूप में होती है।
उदाहरण :
धन-दौलत का उपयोग अच्छे कार्यों में ही करना चाहिए।
पर्यायवाची : अरथ, अर्थ, अर्बदर्ब, इकबाल, इक़बाल, इशरत, कंचन, जमा, ज़र, दत्र, दौलत, द्रव्य, धन, धन-दौलत, नियामत, नेमत, पैसा, माल, रुपया-पैसा, लक्ष्मी, वित्त, विभव, वैभव, शेव
अर्थ : शरीर की वह धातु जिससे उसमें बल, तेज और कान्ति आती है और सन्तान उत्पन्न होती है।
उदाहरण :
वह वीर्य संबंधी रोग से पीड़ित है।
पर्यायवाची : इंद्रिय, इन्द्रिय, धातु, धातुप्रधान, धातुराजक, नुत्फा, पुंसत्व, पुंस्त्व, बीज, मज्जारस, रेत, रेतन, रेतस्, रेत्र, वीर्य, वृष्ण्य, शुचीरता, शुचीर्य, शुटीर्य, हिरण्य, हीर
अर्थ : लगभग छः-सात हाथ ऊँचा एक पौधा जिसके बीजों से तेल निकाला जाता है।
उदाहरण :
एरंड का फल कँटीला होता है।
पर्यायवाची : अंड, अंडा, अंडी, अण्ड, अण्डा, अण्डी, अरंड, अरंडी, अरण्ड, अरण्डी, असार, इष्ट, एंड, एण्ड, एरंड, एरण्ड, दीर्घदंड, दीर्घदंडक, दीर्घदण्ड, दीर्घदण्डक, ब्याघ्रपुच्छ, रवक, रेंड, रेंड़, रेंड़ी, रेड़, रेण्ड, रेण्ड़, वातारि, व्याघ्रपुच्छ, व्रणह
अर्थ : वैशाख और आषाढ़ के बीच का महीना जो अंग्रेजी महीने के मई और जून के बीच में आता है।
उदाहरण :
वह जेठ के कृष्ण पक्ष की दशमी को पैदा हुआ था।
पर्यायवाची : जेठ, ज्येष्ठ, ज्येष्ठ मास, ज्येष्ठमास, शुचि
अर्थ : किसी के उपकार के लिये प्रकट की जानेवाली कृतज्ञता।
उदाहरण :
सङ्कट के समय जिस-जिस ने राम की सहायता की उन सबके प्रति उसने कृतज्ञता प्रकट की।
पर्यायवाची : आभार, एहसानमंदी, कृतज्ञता, शुक्रग़ुज़ारी, शुक्रगुजारी