२. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ कार्य
अर्थ : किसी चीज या बात का गुरुत्व, मान, शक्ति आदि आँकने अथवा समझने की क्रिया या भाव।
उदाहरण :
किसी से लड़ने से पहले उसके बल, साधनों आदि की नाप-जोख़ कर लेनी चाहिए।
पर्यायवाची :
नाप-जोख, नाप-जोख़, नाप-तौल, नापजोख, नापजोख़, नापतोल, नापतौल