अर्थ : फलित ज्योतिष में वह चक्र जो वैवाहिक गणना के लिए बनाया जाता है और जिसके भिन्न-भिन्न कोष्ठों में भिन्न-भिन्न नक्षत्रों के नाम लिखे होते हैं।
उदाहरण :
नाड़ीचक्र के अनुसार लड़का एवं लड़की का उत्तम योग है।
पर्यायवाची : नाड़ी चक्र, नाड़ी-चक्र
अर्थ : हठयोग के अनुसार नाभि प्रदेश में कल्पित वह अंडाकार गाँठ जिससे निकलकर सब नाड़ियाँ फैली हुई मानी गई हैं।
उदाहरण :
हठयोगी की पुस्तक का विषय नाड़ीचक्र ही है।
पर्यायवाची : नाड़ी चक्र, नाड़ी-चक्र