अर्थ : वह काम जो किसी को धोखे में डाल कर कोई स्वार्थ साधने के लिए किया जाए।
उदाहरण :
उसने छल से पूरी जायदाद अपने नाम करा ली।
वह अपने छल में कामयाब नहीं हुआ।
पर्यायवाची : अनभोरी, अनुपधा, अभिसंधान, अभिसन्धान, उपधा, कपट, काट, कारस्तानी, कारिस्तानी, कुमैड़, कूटता, कैतव, चार सौ बीसी, चालबाज़ी, चालबाजी, चालाकी, छल, छल-कपट, छल-छंद, छलावा, जालसाजी, जोग, झपकी, झाँई, झाँई-झप्पा, ठगी, दुराव, धंधला, धूर्तता, धोखाधड़ी, धोखेबाज़ी, धोखेबाजी, पटेबाज़ी, पटेबाजी, परपंच, परपञ्च, प्रतारणा, प्रपंच, प्रपञ्च, फरेब, फर्जीवाड़ा, फेर-फार, फेर-बदल, फेरफार, फ्राड, फ्रॉड, बकमौन, बकमौनता, मक्कारी, माल, योग, वंचकता, वंचना, व्याज, शठता
अर्थ : किसी को कुछ और ही या दूसरा समझने की क्रिया या भाव।
उदाहरण :
अँधेरे में रस्सी को देखकर साँप का भ्रम हो जाता है।
पर्यायवाची : अध्यारोप, अध्यारोपण, अध्यास, अध्यासन, अवभास, आरोप, आरोपण, कन्फ्यूजन, कन्फ्यूज़न, प्रतिभास, फेर, भरम, भ्रम, भ्रांत धारणा, भ्रांति, भ्रान्ति, मिथ्या ज्ञान, वहम, विपर्यय, विभ्रम, शुबहा
अर्थ : बेसन या मैदे का एक प्रकार का पकवान जिसमें रूई आदि मिलाकर दूसरों को बेवकूफ बनाने के लिए खिलाया जाता है।
उदाहरण :
धोखा खाने में स्वादिष्ट होता है।