अर्थ : बृहस्पति की माता।
उदाहरण :
इरा का वर्णन पुराणों में मिलता है।
अर्थ : सौर जगत का वह ग्रह जिस पर हम लोग निवास करते हैं।
उदाहरण :
चन्द्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह है।
पर्यायवाची : अचलकीला, अचला, अदिति, अद्रिकीला, अपारा, अवनि, अवनी, अहि, आदिमा, इड़ा, इल, इला, इलिका, उदधिमेखला, उर्वि, केलि, क्षिति, खगवती, जगद्योनि, जगद्वहा, जमीं, जमीन, ज़मीं, ज़मीन, तप्तायनी, तोयनीबी, देवयजनी, धरणि, धरणी, धरती, धरा, धरित्री, धरुण, धात्री, पुहमी, पुहुमी, पृथिवी, पृथिवीमंडल, पृथिवीमण्डल, पृथ्वी, पोहमी, प्रथी, प्रियदत्ता, बीजसू, भू, भूतधात्री, भूमंडल, भूमण्डल, भूमिका, भूयण, मला, महि, मही, मेदिनी, यला, रत्नगर्भा, रत्नसू, रत्नसूति, रसा, रेणुका, रेनुका, वसनार्णवा, वसुंधरा, वसुधा, वसुन्धरा, विपुला, विश्वंभरा, विश्वगंधा, विश्वगन्धा, विश्वधारिणी, विश्वम्भरा, वैष्णवी, सुगंधिमाता, सुगन्धिमाता, सोलाली, हेमा
अर्थ : विद्या और वाणी की अधिष्ठात्री देवी।
उदाहरण :
सरस्वती का वाहन हंस है।
पर्यायवाची : इला, कादंबरी, कादम्बरी, गिरा, गी, ज्ञानदा, परमेष्ठिनी, पावका, पूत्कारी, प्रज्ञा, ब्रह्माणी, ब्राह्मी, भारती, महाशुक्ला, महाश्वेता, मेधाविनी, वरवर्णिनी, वागीशा, वागीश्वरी, वागेश्वरी, वाग्देवी, वाचा, वाणी, विधिवधू, विमला, वीणा वादिनी, वीणावादिनी, वेदाग्रणी, वैखरी, शारदा, शुक्ला, श्रुतदेवी, सरस्वती, हंसवाहनी, हंसवाहिनी, हंसाधिरूढ़ा, हंसारूढ़ा
अर्थ : नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है।
उदाहरण :
जल ही जीवन का आधार है।
पर्यायवाची : अंध, अंबु, अंभ, अक्षित, अन्ध, अपक, अम्बु, अर्ण, अस्र, आब, उदक, उदक्, ऋत, कांड, काण्ड, कीलाल, घनरस, घनसार, जल, तपोजा, तामर, तोय, दहनाराति, धरुण, नलिन, नार, नीर, नीवर, पय, पानी, पुष्कर, योनि, रेतस्, वसु, वाज, वारि, शबर, शवर, शवल, सलिल, सवर, सवल
अर्थ : वह पदार्थ जो पिया जाता है।
उदाहरण :
लस्सी, शरबत आदि पेय पदार्थ हैं।
पर्यायवाची : पेय, पेय पदार्थ
अर्थ : खाने (या पीने) के काम आने वाली वस्तु जिससे शरीर को ऊर्जा मिले और शारीरिक विकास हो।
उदाहरण :
गाँव की अपेक्षा शहरों में खाद्य वस्तुएँ बहुत महँगी हैं।
पर्यायवाची : अन्न, अर्क, आहर, आहार, आहार पदार्थ, खाद्य, खाद्य पदार्थ, खाद्य वस्तु, खाद्य सामग्री, खाद्य-सामग्री, खाद्यपदार्थ, खाद्यवस्तु, खाना, तआम, फूड, भोज्य पदार्थ, रसद
अर्थ : कुछ विशिष्ट प्रकार के फलों, रसों, अन्नों आदि को सड़ाकर उनका भभके से खींचकर निकाला जाने वाला नशीला रस।
उदाहरण :
वह प्रतिदिन शाम को शराब पीकर घर लौटता है।
पर्यायवाची : अपाटव, अब्धिजा, अमृता, अरिष्टा, अलि, कामिनी, गंधमादनी, गंधमादिनी, गन्धमादनी, गन्धमादिनी, दारू, धीमोदिनी, परिप्लुता, मदनी, मदिरा, मद्य, मधु, मधुल, मनोज्ञा, मालिका, मेधावी, वरा, वरुणात्मजा, शराब, शुंडा, शुण्डा, संधान, सुप्रतिभा, सुरा, हाला