अर्थ : एक रत्न जिसकी गिनती नौ रत्नों में होती है।
उदाहरण :
राजा दशरथ का खज़ाना माणिक आदि रत्नों से भरा हुआ था।
पर्यायवाची : अरुण, अरुणोपल, अर्काश्मा, चुन्नी, जीर्णवज्र, पंकजराग, पद्मराग, पद्मरागमणि, पद्मराज, माणिक, माणिक्य, मानिक, याकूत, रक्तोपल, रूबी, लाल, लाल मणि, विक्रांत, विक्रान्त, वैक्रांत, वैक्रांतमणि, वैक्रान्त, वैक्रान्तमणि, शोणितोपल, शोणोपल
अर्थ : एक आचार्य।
उदाहरण :
उसने आचार्य अरुण से शिक्षा प्राप्त की थी।
पर्यायवाची : अरुण, आचार्य अरुण, आचार्य अरुन
अर्थ : वह पुच्छलतारा जिसकी शिखा चंवर के समान होती है।
उदाहरण :
अरुण की संख्या सतहत्तर है और इन्हें वायुपुत्र भी कहते हैं।
पर्यायवाची : अरुण
अर्थ : पुराणों में वर्णित भगवान विष्णु का वाहन एक पक्षी।
उदाहरण :
गरुड़ भगवान विष्णु के परम भक्त भी हैं।
पर्यायवाची : अमृताहरण, अरुण, अरुणाग्रज, गरुड़, गरुण, तार्क्ष, तार्क्ष्य, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, द्विजेश, नीलच्छद, पतंगेंद्र, पतगेंद्र, पतगेन्द्र, पत्रतिराज, पत्ररथेंद्र, पत्ररथेन्द्र, वज्रजित्, शाल्मली, सर्पारि, हेमांग
अर्थ : लाल रंग का कमल।
उदाहरण :
शीला के जूड़े में लाल कमल सुशोभित है।
पर्यायवाची : अरुण, अलिप्रिय, अलोहित, अलोही, अल्पगंध, अल्पगन्ध, कुमुद, कोकनद, प्रबालपद्म, रक्त कमल, रक्तकंबल, रक्तकन्बल, रक्तकमल, रक्तकुमुद, रक्तकोकनद, रक्ताब्ज, रक्तोत्पल, रतोपल, रविप्रिय, रोचना, लाल कमल, शिव-पत्र, सुनाल, सुनील, सोमगंधक, सोमगन्धक, सोमाख्य
अर्थ : हमारे सौर जगत का वह सबसे बड़ा और ज्वलंत तारा जिससे सब ग्रहों को गर्मी और प्रकाश मिलता है।
उदाहरण :
सूर्य सौर ऊर्जा का एक बहुत बड़ा स्रोत है।
पूर्व से सूर्य को आते देख तिमिर दुम दबाकर भागने लगा।
पर्यायवाची : अंबु तस्कर, अंबुतस्कर, अंशुमान, अंशुमाली, अग, अदित, अनड्वान्, अफताब, अफ़ताब, अब्जबाँधव, अब्जबांधव, अब्जहस्त, अयुग्मवाह, अरणि, अरणी, अरुण, अरुणसारथी, अर्क, अवबोधक, अवि, अविनीश, आदित्य, आफताब, आफ़ताब, कालेश, केश, खगपति, गभस्ति, गभस्तिपाणि, गभस्तिहस्त, गविष्ठ, गोकर, चक्रबंधु, चक्रबन्धु, चक्रबांधव, चक्रबान्धव, चित्रभानु, जगत्साक्षी, तपस, तपु, तमोहपह, तिग्मगर, तिमिररिपु, तिमिरहर, तिमिरारि, तीक्ष्णरश्मि, तीक्ष्णांशु, तुंगीश, त्रयीतन, त्रयीमय, दिनअर, दिनकर, दिनेश, दिवसकर, दिवसकृत, दिवसनाथ, दिवसभर्ता, दिवसेश, दिवसेश्वर, दिवस्पति, दिवाकर, दिवामणि, दिवावसु, दिव्यांशु, दीप्तकिरण, दीप्तांशु, द्युपति, द्युम्न, धरुण, ध्वांतशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्तशत्रु, ध्वान्ताराति, नभश्चक्षु, नभश्चर, नभस्मय, नभोमणि, निर्मुट, पद्मगर्भ, पद्मबंधु, पद्मबन्धु, पद्मिनीकांत, पद्मिनीकान्त, पद्मिनीवल्लभ, पद्मिनीश, पर्परीक, पुष्कर, प्रभाकर, भानु, भास्कर, भूताक्ष, मरीची, मार्तंड, मार्तण्ड, मिहिर, यमसू, रवि, वरेय, विश्वप्रकाशक, विश्वप्स, विहंग, विहग, वेद, वेदात्मा, शीघ्रग, सविता, सहस्रकिरण, सहस्रगु, सूरज, सूर्य, स्वप्ननंशन, हृषु
अर्थ : एक सुगंधित फल जो औषध और मसाले के काम में आता है।
उदाहरण :
बच्चों को खाँसी आने पर जायफल को घिसकर पिलाया जाता है।
पर्यायवाची : अरुण, असथन, कुसुमफल, जातिकोश, जातिकोष, जातिफल, जातिशस्य, जातिसार, जातिसृत, जाती, जातीकोश, जातीकोष, जातीपूग, जातीफल, जातीसार, जायफल, द्विधात्मक, पुन्नाग, फल, मालती, मालतीफल, रंजन, रञ्जन, सुमन फल
अर्थ : एक प्रकार का लाल रंग या चूर्ण जिसे हिंदू सुहागिनें माँग में भरती हैं।
उदाहरण :
आधुनिक युग में कुछ शहरी विवाहिताएँ सिंदूर लगाना पसंद नहीं करतीं।
पर्यायवाची : अरुण, इंगुर, ईंगुर, नागरक्त, नागरेणु, नागसंभव, नागसम्भव, पत्रावलि, मंगल्य, महारस, रक्त, रक्तचूर्ण, रक्तशासन, वीररज, सिंदूर, सिन्दूर, सेंदुर, हंसपाद
अर्थ : दिन निकलने का समय।
उदाहरण :
सुबह होते ही किसान खेत की ओर चल दिया।
पर्यायवाची : अनुदित, अरुण, अरुणा, अरुणोदय, अहर्मुख, उखा, उषा, उषा-काल, उषाकाल, तड़का, दिवसमुख, निशांत, निशातिक्रम, निशात्यय, निशावसान, निशोत्सर्ग, प्रत्युष, प्रत्यूष, प्रभात, प्रभात काल, प्रातः, प्रातःकाल, फजर, फज्र, फ़जर, फ़ज्र, भीन, भोर, रात्रिविग, विहान, व्युष, व्युष्ट, व्युष्टि, सबेरा, सवेरा, सुबह, स्त्रीघोष
अर्थ : एक प्रकार की लता जिसमें छोटे और पीले फूल लगते हैं।
उदाहरण :
मजीठ की सूखी जड़ एवं डंठलों से लाल रंग प्राप्त होता है।
पर्यायवाची : अरुण, अरुणा, चित्रपर्णी, चित्रा, ताम्रवल्ली, फंजी, फञ्जी, ब्रह्ममंडूकी, ब्रह्ममण्डूकी, भंडीतकी, भंडीरलतिका, भंडीरी, भण्डीतकी, भण्डीरलतिका, भण्डीरी, मंजिष्ठा, मंडूकपर्णी, मंडूका, मजीठ, मण्डूकपर्णी, मण्डूका, योजनपर्णी, योजनवल्ली, रक्तयष्टि, रक्ता, रक्तांगी, रक्तालता, रागांगी, लांगली, वरांगी, वस्त्रभूषणा, वस्त्ररंजनी, शंकरा, शंकरी, समंगा, हेमपुष्पी